सतना से मानिकपुर तक रेलवे स्टेशनों मे घटिया निर्माण कार्य
पश्चिम मध्य रेलवे के अभियंताओं की निष्क्रियता के चलते,सतना-मानिकपुर रेल खंड के स्टेशनों में चल रहे निर्माण कार्याें में जमकर धांधली की जा रही है। जिसमे गुणवत्ता विहीन निर्माण सामग्री का प्रयोग होने से निर्माण कार्याें के अस्तित्व पर भी प्रश्न चिंह लग रहा है। जबलपुर मंडल के सतना-मानिकपुर रेलखंड के जैतवारा,चितहरा, मझगवां,टिकरिया, मारकुंडी, बारामाफी आदि रेलवे स्टेशन मे पटिया बिछाने का कार्य चल रहा है, जहां बेहद घटिया काम किया जा रहा है। ताजातरीन मामला मारकुंडी स्टेशन के 1 और 2 प्लेटफार्म पर पटिया बिछाने का है। सबसे खास बात यह है की प्लेटफार्म को बगैर समतल किए पटिया बिछाई जा रही है, ठेकेदार भी मौके पर नहीं आते, मजदूरों पर निर्माण कार्य का जिम्मा दे दिया गया है,लेकिन मानक के अनुरूप काम न होने से काम बेहद घटिया है।विभागीय अभियंताआें को मौके पर देखने की फुर्सत नहीं हैं। जिससे गुणवत्ता पर संबधित ठेकेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
अनुपातहीन मैटेरियल से पुल का निर्माण
चितहरा रेलवे स्टेशन के पास बन रहे पुल मे अनुपातहीन मैटेरियल से पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। घटिया बालू और नाम मात्र की सीमेंट के मिश्रण से काम किया जा रहा है। लेकिन इस घटिया निर्माण कार्य मे किसी अधिकारी को देखने तक की फुर्सत नहीं है। कहते हैं रेलवे का काम बहुत मजबूत होता है लेकिन रेलवे के मजबूती की ज्वलंत उदाहरण चितहरा मे देखा जा सकता है।