भोपाल राजनीतिक मौसम वैज्ञानिक मोदी केबिनेट के खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के बयान के बाद बढ़े प्याज के आसमान छूते 100 रू किलो के दाम।
ऐसा लगता है कि प्याज की महंगाई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के रिटेल स्टोरों को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से सुनियोजित तरीके से बढ़ाए जा रहे हैं एक तरफ तो खाद्य मंत्री अपने बयान में बोल रहे हैं कि सरकार के पास 56000 मीट्रिक टन प्याज बफर स्टॉक में मौजूद है और दूसरी तरफ बयान दे रहे है कि महंगाई तो पूरे विश्व में बढ़ रही है इससे स्पष्ट है भारत का खुदरा बाजार खासकर दैनिक खाद्य वस्तुओं का उत्पादन भारत में ही होता है भारत के ही उपभोक्ता हैं उनके बीच में बहुराष्ट्रीय कंपनियों का खुदरा बाजार शुद्घ व्यापार लाभ का काम करता है जिसमें पूरा संरक्षण भारत सरकार का होता है खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों और फलों से संबंधित वस्तुएं इसका साक्षात प्रमाण है विश्व स्तरीय कारोबार बहुराष्ट्रीय कंपनियों के रिटेल स्टोर करते हैं भारत का कोई भी छोटा मध्यम किसान ,दुकानदार गांव, शहर शहर , कस्बों की गलियों में घूम घूम कर और बहुत ज्यादा हुआ तो नजदीकी सब्जी मंडी में जाकर ही अपना सब्जी फल बेचने का काम करता है उसे तो पता ही नहीं होता कि मॉल में व्यापार कैसे होता है इससे स्पष्ट है कि सरकार देश की जनता का खून चूसने के लिए कृत्रिम महंगाई बढ़ाकर सिर्फ कमीशन खोरी के लिए अपनी कूट रचित षड्यंत्र को अंजाम दे रही है देश की जनता को और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के भाव के माध्यम से अपने संयंत्र से सजग हो जाना चाहिए