मधुशाला में तब्दील हो गये शहर में बने हाकर्स कार्नर


गरीब दुकानदारों से आए दिन सामने आता है विवाद

विशेष रिपोर्ट। रीवा नगर निगम के तत्कालीन अधिकारियों ने सड़कों पर चाय पान का ठेला चलाने वालों को हाकर्स कार्नर में बसाने का अभियान चलाया था। रीवा नगर निगम के शहर में बने हाकर्स कार्नर नशा करने वालों के लिए मधुशाला में तब्दील हो जाते हैं। संजय गांधी अस्पताल गेट के बगल से रीवा नगर निगम ने जो हाकर्स कार्नर बनाया था वही आज विभिन्न प्रकार का नशा करने वालों के लिए महफूज अड्डा बन गया है। यहां पर चाय पान की करीब डेढ़ दर्जन दुकानों के साथ साथ फलो के ठेले भी संचालित होते हैं। शहर के महत्वपूर्ण स्थान संजय गांधी अस्पताल के दरवाजे पर बने हाकर्स कार्नर में सुबह से ही मेडिकल सिरप, गांजा, शराब पीने वालों का जमावड़ा लगने लगता है। सबसे अधिक संख्या में युवाओं को यहां पर नशे में मदहोश देखा जाता है। स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं की मौजूदगी हर वक्त हाकर्स कार्नर के अंदर की तरफ बनी रहती है। नशा करने वाले लोगों को यदि कोई दुकानदार नशा यहां करने से मना करते थे तो गाली गलौज के साथ साथ मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती हैं। पुलिस का यहां पर किसी तरह का खौफ नहीं रहता है, गाहे-बगाहे जरुर डायल 100 या पुलिस बल नशे के इस घोषित अड्डे में नजर आती है।



जगह जगह पानी का जमावड़ा, कचरे का लगा ढेर
अस्पताल गेट के बगल से बनाए गए रीवा नगर निगम के हाकर्स कार्नर में अंदरुनी हिस्सा भारी गंदगी की कहानी बयां करता है। पानी निकासी के लिए नगर निगम ने यहां पर कोई व्यवस्था नहीं बनाई है इसलिए जगह जगह गंदे पानी का जमावड़ा देखने को मिलता है। दुकानों के बाहर दुर्गंध युक्त कचरे का लगा ढेर रीवा नगर निगम के स्वच्छता अभियान पर कालिख पोतने का काम हमेशा करता है। घर घर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था होने के बाद भी हाकर्स कार्नर की बदहाली रीवा नगर निगम की व्यवस्था को कठघरे में खड़ा करने के लिए पर्याप्त सबूत है। स्वच्छता अभियान को यहां फैली भारी गंदगी बेनकाब करने का काम करती है। 



नशीली सिरप की शीशियों का अंबार, पुलिस बेवस
पिछले दस साल से रीवा और सतना जिले में सबसे अधिक मेडिकल नशा चल रहा है। हर आयु वर्ग में मेडिकल नशा करने वाले लोगों की बहुतायत है। पहले कोरेक्स फिर रेसकप जैसी खांसी की दवाओं का इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। संजय गांधी अस्पताल के बाहर बने हाकर्स कार्नर के अंदर भी नशीली सिरप की शीशियां इधर उधर पड़ी नजर आती हैं। इसके साथ ही दुकानों की छत, अस्पताल की बाउंड्री वॉल के दूसरे तरफ मेडिकल स्टोर के पीछे भी नशीली सिरप की खाली शीशियों की मौजूदगी लोगों को चौंकाने का काम करती है। इसी तरह से रीवा शहर के सिरमौर चौराहे पर तानसेन काम्प्लेक्स, शिल्पी प्लाजा ए और बी, रेवांचल बस स्टैंड, सरदार वल्लभ भाई पटेल बस स्टैंड सहित कई अन्य स्थानों पर सबसे अधिक संख्या में मेडिकल सिरप की खाली शीशियों को देखा जाता है।


Popular posts from this blog

27 की उम्र में पति बना 4 फुट का छोटू, अपने जैसी कद काठी वाली लड़की से रचाया निकाह

पैदल यात्रा निकाल रहे 2 कांग्रेस विधायक को पुलिस ऐसे ले गयी

आज से खुलेंगी किराना दुकानें, खरीद सकेंगे राशन, प्रशासन ने तय किए सब्जी के रेट, देखें लिस्ट