सर्वर के फेरे में अटका गरीबों का राशन

 उपभोक्ता काट रहे राशन दुकानों के चक्कर, नहीं मिल रहा राशन


अशोकनगर। इन दिनों जिलेवासियों को राशन वितरण को लेकर कभी अंगूठा न लगने की वजह से तो कभी सर्वर न आने की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। राशन की दुकानों पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत ई-पॉश मशीनों के द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है, लेकिन मशीनों के ठीक तरह से काम नहीं करने और सर्वर नहीं आने से राशन उपभोक्ताओं व कोटेदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 


पीओएस मशीनों में सर्वर न आने के कारण जिलेभर के उपभोक्ताओं को आज तक राशन नहीं मिल सका है। जिस कारण उपभोक्ता शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। खाद्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की माने तो उनका कहना है कि प्रदशे के कई जिलो के साथ-साथ अशोकनगर जिले में भी पीओएस मशीन में सामग्री न चढ़ पाने के कारण उपभोक्ता भण्डारों से अब तक पात्रों को राशन नहीं मिल सका है। जिस कारण उन्हे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और लोग इसकी वजह जानने के लिये संबंधित विभागों और कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं। सार्वजनिक प्रणाली के तहत हर माह गरीबी रेखा की श्रेणी में आने वाले उपभोक्ताओं को राशन वितरण किया जाता है राशन प्राप्त करने के लिये परिवार के किसी भी सदस्य का अंगूठा उपभोक्ता भण्डारो पर रखी पीओएस मशीन पर सफलता पूर्वक आना चाहिये तभी संबंधित परिवार को राशन दिया जा सकता है। लेकिन महीने की 11 तारीख बीत जाने के बाद भी आज तक उपभोक्ताओं को राशन प्राप्त नहीं हुआ है। जिससे उपभोक्ताओं को दुकानों के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं। वहीं जिला आपूर्ती कार्यालय पर मशीनों पर सर्वर न आने की बात बताई जा रही है। जिला आपूर्ती अधिकारी एके पाठक ने बताया कि यह समस्या प्रदेश के कई जिलो में है शासन स्तर पर यह बात संज्ञान में है लेकिन खाद्य आपूर्ती अधिकारियों का मानना है कि हम इसमें कुछ नहीं कर सकते जब तक शासन हमें निर्देशित नहीं करेगा। क्योंकि नवीन मशीने आने के बाद भी शासन ने अंगूठे से ही राशन वितरण कराने की बात कही है। बहरहाल जिले में 237 राशन दुकाने हैं इनमें अधिकतर मशीनों के खराब होने या सर्वर समस्या आने पर शासन स्तर से 208 नवीन मशीनों को जिले में भेजा गया था। जिन्हे जिले के सभी उपभोक्ता भण्डारों पर पहुंचा दिया गया है। इसके बाद भी नई मशीनों पर सर्वर की समस्या बनी हुई है। जिससे गरीबों को राशन प्राप्त न होने से वह राशन दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं और दुकानों के आगे बैठकर इंतजार करते रहते हैं और खाली हात वापिस अपने घर लौट जाते हैं। 


दकानों पर नहीं है चश्पा राशन मिलने की सूची


राशन दुकानों पर इस बात की जानकारी चश्पा नहीं की गई है कि आखिर कब तक उन्हे राशन वितरण हो पायेगा। जिससे उपभोक्ताओं को सही जानकारी नहीं मिल पाती है। उपभोक्ता कई दुकानों पर संपर्क भी करता है उन्हे सही जानकारी नहीं दी जाती या फिर उन्हे गलत व्यवहार का भी सामना करना पड़ता है। इसके चलते उपभोक्ता संबंधित कार्यालयों में राशन न मिलने की शिकायत लेकर पहुंचने लगे हैं। वहीं दुकान पर दुकान खुलने का सही समय भी अंकित नहीं किया जाता है। जिससे उपभोक्ताओं को यह पता ही नहीं पड़ पाता है कि दुकान कब खुलेगी और कितने समय तक खुलेगी ग्रामीण दुकानों की बात करें तो इन दुकानों पर तो जैसे ही सही जानकारी न देना और अनियमिताओं के चलते समय पर राशन नहीं दिया जाता है। यह दुकानों का तो यही अता पता नहीं चलता है कि कब खुलती हैं और कब बंद हो जाती है। शहर में 1 तारीख को खुलने वाली दुकाने 6 या 7 तारीख को खुलती हैं और 21 तारीख को बंद हो जाती हैं। दीपावली त्योहार के बाद देव उठनी ग्यारस तक लोगों को इस त्योहार पर राशन नहीं मिल सका है। बिना राशन के ही त्योहार मनाया है। कई गरीब लोग ऐसे हैं जो राशन कंट्रोल दुकान से मिलने के ही भरोसे अपने घर की व्यवस्थायें चलाते हैं। लेकिन समय पर राशन न मिलने के कारण बिना राशन के ही त्योहार मनाया जबकि प्रतिवर्ष लोगों को देव उठनी ग्यासर के पहले राशन वितरण हो जाया करता था। 


इनका कहना


राशन वितरण की समस्या आ रही है। यह समस्या अन्य जिलो में भी है। मंदसौर, नरसिंगपुर सहित अन्य जिलो में लोगों को मशीनों में सर्वर न होने के कारण राशन नहीं मिल पा रहा है। जिले के अशोकनगर के साथ-साथ मुंगावली, चन्देरी में भी सर्वर नहीं होने के कारण राशन नहीं मिल पा रहा है। यह सब शासन के संज्ञान में है। शासन से निर्देश आने के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी।


एके पाठक, डीएसओ खाद्य विभाग अशोकनगर। 


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