शादी की सहनाई की धुन दहसत की चीख में हुई तब्दील 

पेटलावद जैसे हादसों के इंतजार में प्रशासन 


 


मैंहर  प्रयाग राज होटल संचालक की पूर्णतः लापरवाही के चलते आज बड़ा हादसा हुआ  पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिगेड की मुस्तेदी के चलते गनीमत रही कि कोई जन हानि नही हुई । रीवा  रोड पर संचालित प्रयागराज होटल में आज सेन समाज के राजकुमार सेन का विवाह समारोह का कार्यक्रम चल रहा था तभी रात्रि करीब 11:15 बजे अचानक गैस सिलेंडर में आग लगने के कारण शादी की शहनाई के बीच चीख-पुकार सुनाई देने लगी यही पुकार धड़कती भी आपको देखकर बच्चों और महिलाओं के मुंह से निकल पड़ी और देखते ही देखते भगदड़ की स्थिति बन गई लोग जान बचाने के लिए छत पर चढ़कर और छत पर चढ़ने के बाद होटल के बगल में बनी इमारत पर कूद पड़े इतना ही नहीं बहुत से लोग तो बाजे से चढ़कर कूदने का प्रयास भी कर रहे थे लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीम ने हालात पर काबू पाया और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और आज बुझा ली गई लेकिन देखा जाए तो आपदा प्रबंध के इंतजाम ना होने के कारण इस होटल के अंदर आज एक बहुत बड़ा हादसा हो सकता था और दर्जनों लोगों के प्राण जा सकते थे लेकिन देखा जाए तो प्रशासन की लापरवाही के चलते आज यह हादसा की स्थिति निर्मित हुई प्रशासनिक अधिकारी समय रहते मैहर में संचालित सभी ऐसे होटल मैरिज गार्डन एवं बैंक्विट हालो रेस्टोरेंट मैं जांच-पड़ताल कर लिए होते तो शायद यह नौबत ना आती पूर्व में देखा जाए तो सतना जिले में जिला अध्यक्ष कलेक्टर महोदय द्वारा आपदा प्रबंध के इंतजाम को लेकर कई सारे कॉलेज और होटलों में छापामार कार्रवाई की गई और कई होटल और कालेजों को सील भी किया गया फायर फाइटिंग व्यवस्था और आपातकालीन द्वार जो अनिवार्य रूप से इन संस्थानों पर होना चाहिए वह चंद रुपए कमाने के लिए उनकी लापरवाही पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पर्दा डाल रखा है जिसकी गनीमत आज एक बड़ा हादसा होता और कई लोगों की मौत हो सकती थी और इस हादसे के बाद प्रशासन केवल महातम मनाता नजारा दिखाई देता इस तरह की घटना घटने के बाद होटल संचालक के ऊपर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए और होटलों को सीज कर दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए कि आखिर किस अनुमति के चलते इन्हें बरात घर एवं होटल संचालन की अनुमति प्रदान की गई है ना तो इन होटल संचालकों के पास वाहन पार्किंग की जगह है ना आग बुझाने के यंत्र और आपातकालीन द्वार भी नहीं है इसके अतिरिक्त कई और नियम  होते हैं जिसका पालन करना अनिवार्य होता है लेकिन उसके बावजूद प्रशासन के सुस्त रवैया के चलते आज एक बड़ा हादसा हो सकता था ।



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