शराब बिजनेस में ठेकेदार कम कर्मचारी अधिकारियों की चांदी है नियम कानून ऐसे उलझन वाले बना दिए हैं जिससे भ्रष्टाचारी को पनाह दिया जा रहा है

Apna Lakshya News 



      मध्यप्रदेश में ना शासन को फायदा नाराज नेता को फायदा जब नेता लोगों को नाश्ता करवाने में ही काम चल जाता है तो क्यों उनके घर लंच और डिनर का इंतजाम करें ऐसा माइंड बना कर चलते हैं हमारे प्रशासन के वह चंद भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी जो इक्का-दुक्का ही होते हैं
      फोन के माध्यम से और सेटेलाइट के माध्यम से और अपनी खुफिया एजेंसी के माध्यम से तो दूध का दूध पानी का पानी सब सामने आ जाएगा इन भ्रष्टाचारियों का कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता जब तक सम्मानीय सुप्रीम कोर्ट इस पर दखल ना दें तब तक कुछ नहीं हो पाएगा इन्हीं के चारों तरफ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा लगा रहता है एक बार ईमानदार अधिकारियों से इमानदारी के साथ उपाधि ता के साथ जांच करवा ली जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी जल्द देखने को मिल जाएगा



 दो नम्बर की शराब हो रही है पार करने का बहुत ही बड़ा कारोबार मध्यप्रदेश से गुजरात हो रही है गुजरात में शराबबंदी का जबरदस्त फायदा नंबर दो के कारोबारियों को प्रॉफिट हो रहा है झाबुआ एवं अन्य बॉर्डर के माध्यम से
        गुजरात राज्य  मैं झाबुआ एवं अन्य मध्य प्रदेश की बॉर्डर से गुपचुप तरीके से आबकारी विभाग के चंद्र अधिकारियों की मिलीभगत से बहुत बड़ा कारोबार चल रहा है अधिकारी ऐसे बन बैठे हैं जैसे उनके विभाग में और उनके राज में सब कुछ ठीक चल रहा है अज्ञान बनके मोटी रकम छाप रहे हैं और खानापूर्ति ऐसे कर रहे हैं कि देश और दुनिया का सबसे ईमानदार आबकारी विभाग के अधिकारी हमारे यहां बैठे हैं
         शराबबंदी से सरकार को फायदा हो ना हो आबकारी विभाग के चंद मुट्ठी भर भ्रष्ट लोगों का जबरदस्त तरीके से जेबे भरी जा रहा है नियम ऐसे बना दिए हैं कि मध्य प्रदेश सरकार में कल की बंद होने वाली शराब आज बंद हो जाए तो प्रदेश सरकार में बैठे आबकारी विभाग के लोगों ने नियम कुछ ऐसे ही बना लिए हैं कि उनके पॉकेट में आने वाली भ्रष्टाचारी के माध्यम से जो रुपए आते हैं उसे कोई नहीं पकड़ सकता है क्योंकि कानून ही कुछ ऐसे बना दिए गए हैं मात्र गलत काम करने वाले के सपोर्ट में ही बने हुए हैं और गलत लोगों को ही उनके पास बैठा दिए गए हैं जिसके वजह से चोरी पकड़ी ही नहीं जा सकती
          मध्यप्रदेश के विकास के नाम पर बट्टा लगाने में सरकारी कर्मचारी आबकारी विभाग के चंद मुट्ठी भर भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारी उंगलियों पर ही है जो निजी स्वार्थ करने के लिए पूरा आबकारी विभाग को बदनामी की भेंट चढ़ा दिया गया है नंबर दो के नाम पर पहचाना जाता है इस विभाग को
        बड़ी संख्या में दो नंबर चंद वरिष्ठ अधिकारी व चंद्र जनप्रतिनिधि के नॉलेज में सारा खेल अधिकारियों के नॉलेज में है फिर भी भ्रम फैला रहे हैं भ्रष्टाचारी फैला रहे करोड़ों का चुनावी लगाया जा रहा है सभी जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों को सीधा लाभ निजी स्वार्थ को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है वह भी मध्य प्रदेश का नाम लेकर कि इससे बहुत बड़ा मध्य प्रदेश सरकार को फायदा हो रहा है विशेष ऐसा कुछ नहीं है आबकारी विभाग के चंद मुट्ठी भर अधिकारी एवं कर्मचारी गुमराह कर प्रदेश के उन भ्रष्टाचारी ठेकेदारों को निजी फायदा पहुंचा कर खुद का लाभ ले रहे हैं



 😟. बहुत जरूरी सूचना ईमानदार अधिकारियों से ईमानदारी के साथ एक बार उच्च स्तर पर जांच हो जाए तो मध्य प्रदेश की अनेक किसानों के कर्ज माफ के साथ कई उद्योगपति और समाज के पीछे और नीचे के लोगों का कर्ज माफ हो सकता है हर साल इतनी इनकम आ सकती है मगर भ्रष्टाचारी को गुमराह करने के चक्कर में गलत व्याख्या का उपयोग कर सरकार को चूना लगा दिया जाता है सब मिलीभगत से होता है गुपचुप तरीका से बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है
भ्रष्टाचार देश में सबसे ज्यादा आबकारी विभाग मैं बताया जाता है सूत्रों के माध्यम से गलत व्याख्या बतलाकर कर रहे हैं
      सबसे बड़ा भ्रष्टाचार शायद हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा गुपचुप तरीके से आबकारी विभाग के सभी व्यक्ति भ्रष्ट नहीं पर बहुत बड़ी संख्या में देश का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार कहीं होगा तो वह मात्र आबकारी विभाग में ही है ऐसा माना जाता है
          सूत्रों के मुताबिक इस साल दीपावली में लगभग लिखकर से संबंधित व्यापारियों उद्योगपति ठेकेदारों ने गुपचुप तरीके से देश के कोने कोने से फोर व्हीलर गाड़ियां मंगवा कर मात्र मध्यप्रदेश लिकर संबंधित नौकरशाहों में बांटी गई है उनके महिला जनों के नाम पर ऐसी सूत्रों की जानकारी है जल्द सामने होने वाला है
          देश में किसी भी विभाग में इतना बड़ा लेनदेन कहीं नहीं और ना तो कोई जनप्रतिनिधि लेता है और ना देता है मात्र नौकरशाही इतना बड़ा खुलकर नियम बनाने के बावजूद यह सब खेल एक ही विभाग में हो सकता है वह प्रदेश के नाम पर गुमराह कर गलत तरीके से परफॉर्मेंस दिया जाता है
                 प्रदेश को बदनाम किया जाता है की सबसे बड़ी इनकम आबकारी विभाग से है ऐसा माना जाता है कि संपूर्ण मध्यप्रदेश इसी आबकारी विभाग के शराब बिक्री से प्रतिवर्ष 20 परसेंट से की गई कर वसूली से प्रदेश सरकार चल रही है जनता में इस प्रकार का माहौल बनाकर प्रदेश में आबकारी विभाग से मिले जुले व्यापार कर्ताओं ने भ्रम फैला कर रखा है जिसके चलते प्रदेश में आबकारी विभाग के संबंधित सभी कर्मचारी एवं व्यापार करता सम्मिलित बताया जाता है सूत्रों के माध्यम से और मध्यप्रदेश से लगे गुजरात में जितनी भी बड़ी संख्या में हमारे मध्य प्रदेश से सरकार की चोरी कर मिलीभगत से झाबुआ एवं अन्य बॉर्डर से बड़ी संख्या में ट्रकों से माल पार होता है इसके लिए पूरे पुख्ता इंतजाम खाली लोगों के दिखावा के लिए किया गया है ऐसा भी सूत्रों ने बताया है और यह सब जनता को दिखावा के लिए करवाया जाता है इसमें प्रशासन के सभी संबंधित अधिकारियों के मुख्य बप्पा शासन के चंद मुख्य ओं की मिलीभगत से यह सब काम संपन्न हो रहा है
        यदि भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है तो मध्य प्रदेश के जिम्मेदार शासन प्रशासन के अधिकारी युवा संबंधित शासन व प्रदेश के प्रशासन के अधिकारी किस प्ले करें कि क्या सत्य है आबकारी विभाग से मध्यप्रदेश को इतनी रेवेन्यू वसूली जाती है क्या जिससे संपूर्ण मध्य प्रदेश के तमाम खर्चे पूरे हो रहे हैं इस प्रकार का जनता में भ्रम फैला कर रखा है कि आपकारी विभाग ही मध्यप्रदेश को चला रहा है
         आबकारी विभाग में सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी के चलते बड़ी संख्या में भ्रष्टाचारी लोग फल फूल रहे हैं प्रदेश के उत्थान के नाम पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है
          सभी सम्मानीय अपकारी ठेकेदारों के क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों से लपक कर जमकर शराब आ रही है सुरक्षा कर्मचारी दोनों को प्रसन्न रखते हैं चोरी से बेचने वाले को और चोरी से बिकने वाले को चोरी से लेने और देने वाले को दोनों को सुरक्षित रखते हैं ऐसी शानदार व्यवस्था और कहीं नहीं संबंधित आबकारी विभाग के लोग इसमें सबसे पड़ा प्रॉफिट और बेनिफिट फायदा उठाते हैं प्रदेश सरकार के उत्थान के नाम गलत व्याख्यान पेश कर तोड़ मरोड़ कर कानून बनाए गए हैं जो खुद ही पर ही लागू नहीं होता है सब भ्रम फैलाने वाली स्थिति वाले कानून सभी जिम्मेदार व्यक्तियों ने बनाए हैं और कहीं भी लागू नहीं होता है ऊपरी दिखावा भर आप देख सकते हो अंदर बहुत बड़ा धूल का फूल होता है यह सबको मालूम है एक ऐसा यही विभाग है
            यहां सब सेटेलाइट के माध्यम से सब कुछ गूगल के माध्यम से मालूम भी किया जा सकता है कि मध्य प्रदेश का कारोबार लगे सटे गुजरात में कितना माल नंबर दो के माध्यम से जाता है या किसी से छुपा नहीं है आप पिछला रिकॉर्ड आज से कुछ सालों का ही निकाल लेंगे तो पता लग जाएगा कि कैसे उत्पन्न होता है कैसे लापरवाही की जाती है कैसे लीपापोती की जाती है कैसे प्लानिंग के हिसाब से बाहर प्रदेशों में भिजवाया जाता है
         वह कितना प्रतिशत मध्य प्रदेश सरकार के खाते में आता है और कितना प्रतिशत हमारे बहुत ही जिम्मेदार और बहुत ही मेहनती लोग अपना दिमाग लगाकर अपने पॉकेट में सीधे घर के बाहर परिवार में कैसे रनिंग बढ़ जाती है और फिर संबंधित लोग साल में दो या चार त्यौहार आते हैं
             जैसे दिवाली जैसे लोग किसी को एक पीस मीठा खिलाने की सोचते हैं लो बड़ी कीमती गाड़ी फोर व्हीलर 15 लाख रुपए तक की गाड़ी आबकारी विभाग के परिवार वाले को गुपचुप तरीके से जिम्मेदार एवं संबंधित छोटे भी कर्मचारी हो उनके परिवार में भी बड़ी लग्जरी गाड़ी फिर कहां से गिफ्ट आ जाती है क्या इस पर ध्यान रखने की आवश्यकता नहीं एक सरकारी कर्मचारी की इनकम कितनी होगी क्या वह अपने बच्चों को विदेश में पढ़ा सकता है और इतना बड़ा कारोबार कर सकता है
          गिफ्ट भी बहुत ही प्लान के हिसाब से आबकारी विभाग के संबंधित सरकारी नौकरशाह अपने रिश्तेदारों के नाम पर ही उठाते हैं ताकि कभी किसी प्रकार की उलझन उनके नामों पर या दाग ना आ सके इस प्रकार से कारोबार कर रहे हैं नौकरी में रहकर यह भी बहुत बड़ा अपराध है इन सब हिंदुओं पर ध्यान रखकर प्रशासन शासन व न्यायालय को अपने संज्ञान में लेकर उच्च स्तर पर अभिलंब कार्रवाई करना चाहिए भ्रष्ट वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति सार्वजनिक पंचनामा बनवाना चाहिए और जनता से इनका ओपिनियन लेना चाहिए तब जाकर इनका इलाज सही हो पाएगा
        जितना आज वह कर रहे हैं मार्केट में करोड़ों की प्रॉपर्टी बना रहे हैं बच्चों के नाम पर महिलाओं के नाम पर यह सब शासकीय कर्मचारियों के चंद मुट्ठी भर भ्रष्ट लोग ही कर पाते हैं
 ऐसे प्रदेश में बड़ी संख्या में बहुत लोकप्रिय बहुत ईमानदार कर्मचारी लोग हैं उनका फिर भी बार-बार धन्यवाद है इस विभाग से प्रदेश को भी लाभ होता है
       मगर जितना बताया जाता है भ्रम फैलाया जाता है जनते में उतना बिल्कुल भी नहीं है सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी और मार्कट अशांति वह भी इस कारोबार में है जिस दिन प्रदेश से यह कारोबार समाप्त हो जाएगा प्रदेश के अंदर कई क्षेत्रों में सुख शांति समृद्धि और समृद्ध मध्यप्रदेश हरा-भरा मध्यप्रदेश ग्रीन मध्यप्रदेश हो जाएगा क्योंकि अनेक क्षेत्रों से भ्रष्टाचार समाप्त हो सकती है.      मगर ऐसा कदम उठाए कौन है कोई देश प्रेमी प्रदेश की चिंता करने वाला इमानदारी से इसकी जांच होना चाहिए और इस पर सम्मानीय सुप्रीम कोर्ट को ध्यान देने की बहुत सख्त और जरूरी आवश्यकता है



         मध्यप्रदेश के अंदर में तो बहुत ही अदा पर आदर के साथ सम्मानीय न्यायालय से विनती करूंगा कि इन भ्रष्टाचारियों को रोकने के लिए प्रदेश की जनता के साथ हो रहे अन्य अपराध भ्रष्टाचार को जन्म देने वाला विभाग अशांति फैलाने वाला नियम कानून के नाम पर ताक पर रख दिया है
 इस विभाग ने पूरे प्रशासनिक व्यवस्था को बिगाड़ने में सबसे बड़ा रोलर भूमिका निभाने वाला अपकारी विभाग इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है इस विभाग के वजह से मध्यप्रदेश में अशांति का भ्रमित फैलाने का महल हमेशा बना रहता है जब तक मध्यप्रदेश में शराबबंदी नहीं होगी ईमानदारी नहीं होगी तो समाज का सबसे पीछे और नीचे चोर का व्यक्ति खुशाल नहीं हो सकता है उसे रखने के लिए शराबबंदी बहुत जरूरी है बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं और किसान भी परेशान हैं इनके सब रोकथाम के लिए शराबबंदी बहुत जरूरी है प्रदेश का युवा गलत काम में ज्यादा इंवॉल्वमेंट हो रहा है इसको रोकने के लिए प्रदेश की बढ़ती भ्रष्टाचारी अपराध अशांति को रोकने के लिए प्रदेश की अव्यवस्थित रहने वाला रखने वाला भ्रष्टाचारी फैलाने वाला और भ्रष्ट लोगों को पनाह देने वाला विभाग आबकारी विभाग माना जाता है
           सूत्रों के हिसाब से इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है इस विभाग में बड़ी संख्या में अच्छे और ईमानदार लोग हैं उन पर भी गर्व है मगर इतना बड़ा भ्रष्टाचार देखकर उन सम्मानीय कर्मचारी अधिकारी और नेताओं पर भी तरस आता है
      क्या करें मगर फिर भी सावधान रहते हुए अविलंब मध्यप्रदेश से शराबबंदी जल्द होना चाहिए यही प्रदेश की जनता की मांग है 8 करोड़ जनता के तरफ से मध्य प्रदेश सरकार में शराबबंदी के लिए देशभर के लोग चाह रहे हैं कि अविलंब जल्द से मध्यप्रदेश में शराब बंदी हो भ्रष्टाचारी खत्म हो जिसमें अनेक क्षेत्रों में खुशहाल रहेगा मध्यप्रदेश आवक के चक्कर में लोगों की मृत्यु हो रही है शराब पीने से उसे रोका जा सकता है


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