यात्रियो की जान से खिलवाड़ मंडीदीप प्लांट से निकल कर आ रही है रेलनीर की बोतल
Apna Lakshya News
*रेलनीर की बोतलो मे दूषित पानी
*हरी काई लगा पानी बेच रहे कुछ वेंडर ट्रेनो मे
*आईआरसीटीसी का शिकायती कस्टमर केयर नंबर गलत
भोपाल । पश्चिम मध्य रेल्वे भोपाल मंडल सहित आईआरसीटीसी इन दिनो जनचर्चाओ मे है। गौरतलब रहे कि पश्चिम मध्य रेल्वे भोपाल मंडल के वाणिज्य विभाग मे एक तरफ जहा अनियमितताये व भ्रष्टाचार जनचर्चाओ मे है। वही आईआरसीटीसी भी यात्रियो को खाने पीने की सामग्री के नाम पर कुछ भी बेचने को तैयार है । सूत्रो की माने तो अभी हाल मे ही एक ताजा मामला सामने आ रहा है कि मंडीदीप मे स्थित रेलनीर के वाटर प्लांट से जिन पानी की बोतलो को पश्चिम मध्य रेल्वे भोपाल मंडल के जिन जिन स्टेशनो पर भेजा गया है उनमे से कुछ स्टेशनो पर काई लगा हरा दूषित पानी भेजे जाने की शिकायते व जनचर्चाये है।सूत्रो का कहना है कि पानी की बोतल बनने के बाद अधिक दिनो तक रखा रहने के कारण पानी मे काई लग गई हो लेकिन बहरहाल यह जांच का विषय हो सकता है । यह हम नही कह रहे है यह वह पानी की बोतल कह रही है जिस पर मंडीदीप रेलनीर वाटर प्लांट का पता लिखा है जिस पर कस्टमर केयर का नंबर लिखा, जिस पर बोतल का बेच नंबर व अगस्त माह की तारीख अंकित है। जिसमे हरे रंग का दूषित पानी स्पस्ट दिखाई दे रहा है ।जब इस सबंध मे संडे ब्लास्ट प्रतिनिधि ने आईआरसीटीसी के कस्टमर केयर नंबर पर बात करना चाही तो कस्टमर केयर नंबर नही लगा । वही बोतल मे अंकित एक अन्य नंबर को लगाया गया तो एक महिला ने फोन रिसीव किया और कहा यह गलत नंबर है। अब यदि इस पानी को पीने से किसी यात्री की जान पर जोखिम आ जाये तो इसका जिम्मेदार कौन होगा,,,? इस मामले की जांच होना चाहिए और ऐसे प्लांट सहित सबंधित दोषी अधिकारीयो के विरुद्ध कार्रवाई होना चाहिए जो इस तरह के कृत्यो मे लिप्त है । बहरहाल इस मामले मे विक्रेता नही निर्माता जिम्मेदार हो सकता है ।जो कि रेलनीर के नाम पर दूषित पानी बेचकर यात्रियो की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं ।वही कुछ वेंडर तो दबी जुबान से यह तक कहते नजर आते है कि उनकी तो मजबूरी रेलनीर बेचना नही बेचेंगे तो स्थानीय खंड अधिकारीयो की कार्रवाई का शिकार बनना पडेगा । अब चाहे पानी हरा हो या लाल बेचना उनकी मजबूरी वही पश्चिम मध्य रेल्वे भोपाल मंडल के ईमानदार डीआरएम उदय वोरवणकर व कर्तव्यनिष्ठ ऊर्जावान सीनियर डीसीएम अनुराग पटैरिया जी को इस और ध्यानाकर्षण करना चाहिए ।