सतना पुलिस टीम को मिली बड़ी सफलता : पेट्रोल पंप डीलर शिप के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार


सतना। भारत वर्ष के लगभग सैकड़ों भोले भाले लोगों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सतना पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने बताया कि पुलिस पकड़ में आया यह गिरोह पेट्रोल पंप डीलर शिप के नाम पर वेबसाइट डेवलप कर भोले भाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था। इस गिरोह में गुजरात का एक बड़ा मामला फिलहाल मुख्य रूप से शामिल है। उन्होंने बताया कि पेट्रोल पम्प डीलर, टॉवर लगाने, लोन व लाटरी आदि के नाम पर इस गिरोह द्वारा करोड़ों रुपए का गबन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक लगभग 300 बैंक खाते खुलवाये गए, जिसमें आरोपियों द्वारा ठगी के पैसे डलवाकर एटीएम के माध्यम से पैसे निकाल कर आपस में बाँट लेते थे। आरोपियों के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के तहत अपराध कायम किया गया है। आरोपियों के कब्जे से 20000 रूपये नगदी, 22 मोबाइल फ़ोन, 19 एटीएम कार्ड, दो बैंक पासबुक, दो नोटबुक एवं एक वैगन आर कार की बरामदगी की गई है। सतना पुलिस टीम को मिली इस बड़ी कामयाबी पर पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने पुरुष्कृत करने की घोषणा भी की है।



घटना विवरण :-


दिनांक 10/01/2019 फरियादी गणेश प्रसाद चौरसिया उम्र 35 वर्ष सोहावल ने घटना के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई कि रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेड कंपनी का पेट्रोल पंप खोलने के नाम से 14 लाख 57 हज़ार 300 रू. की उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है। इस पर पुलिस ने धारा 420 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर अपनी विवेचना शुरू की। विवेचना दौरान आरोपियों द्वारा डेवलप किए गए वेबसाइट तथा फोन नंबर का सीडीआर प्राप्त कर उसका एनालिसिस किया गया। फरियादी द्वारा आरोपी के बताए गए दो बैंक खातों में पैसा जमा कराया गया, जिसमें एक बैंक खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया गोला ब्रांच झारखंड जिसमें 2/12/18 को फरियादी से 41300 रूपये, दिनांक 5/12/18 को 88500 रूपये डाला गया तथा दूसरा बैंक खाता एसबीआई बैंक कालीघाट कोलकाता पश्चिम बंगाल जिसमें तीन बार क्रमशः 4 लाख 72 हजार, 2 लाख 65 हज़ार 500, 5 लाख 90 हज़ार रूपये जमा कराया गया। इस प्रकार फरियादी से ठगो द्वारा 14 लाख 57 हजार 300 रूपये जमा कराए गए। पुलिस टीम ने उक्त खातो के संबंध में बैंकों से तफ्तीश शुरू तथा पश्चिम बंगाल कोलकाता जाकर खाते के संबंध में जानकारी प्राप्त की, तो पता चला बैंक खाता अभिषेक पटेल निवासी नंदबाग कॉलोनी इंदौर के नाम से रजिस्टर है। जिसे दिनांक 19/12/18 को कालीघाट ब्रांच कोलकाता में ट्रांसफर किया गया था। उक्त बैंक खाता 6/6/18 को वाई एन रोड 5, वाई एन रोड इंदौर में खोला गया था। फ्राड के पैसे खाते में डलवाकर तथा उन्हें निकाल कर खाते को कालीघाट ब्रांच में पुलिस को गुमराह करने के लिए ट्रांसफर कर दिया गया था। तब बैंक द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार खाता धारक अभिषेक पटेल की तलाश हेतु पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन अवमम सीएसपी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाइन के नेतृत्व में टीम गठित कर खाता धारक की तलाश हेतु पुलिस टीम इंदौर रवाना हुई। संदेही खाता धारक की तलाश कर घटना के संबंध में जब पूछताछ की गई तो आरोपी द्वारा घटना स्वीकार करना बताया गया। पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर अपराध करना स्वीकारा गया एवं बताया गया कि उसने नांदबाग कॉलोनी इंदौर के रहने वाले सोनू शर्मा पिता भजनलाल शर्मा तथा दीपक जातवा पिता कैलाश जातवा के कहने पर बैंक खाता खुलवाया था। बैंक खाता खुलवाने के बदले में मुझे 5 हज़ार सोनू व दीपक ने दिए थे। जब हमने पूछा कि ये पैसे कहा से आते हैं तब दोनों ने बताया कि संदीप पटेल सर जो बिहार में रहते हैं वो पेट्रोल पंप डीलर शिप की ठगी के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करते हैं तथा ठगी की रकम के लिए बैंक खातों की आवश्यकता होती है। प्रति बैंक खाते 15 हज़ार रू मिलते हैं। तब लालच में आकर उसने कर्नाटका बैंक में भी अपना बैंक खाता खुलवाया और बैंक की पासबुक एटीएम नेट बैंकिंग की यूजर आईडी पासवर्ड और खाते में लिंक मोबाइल नंबर की सिम सोनू और दीपक को दे दी थी। तब संदेही अभीषेक पटेल को अभिरक्षा में लेकर को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय सतना के समक्ष पेश कर जेआर पर सेंट्रल जेल सतना भेज दिया गया। पुनः टीम इंदौर रवाना की गई और सोनू शर्मा व दीपक जाटव की तलाश शुरू की गई। तलाश शुरू करने के दौरान सोनू शर्मा को नंदबाग़ कॉलोनी इंदौर से पकड़ा गया। अभिरक्षा में सतना लाकर घटना के संबंध में पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ करने पर आरोपी ने अपराध स्वीकार किया। बताया कि वह और दीपक जाटव मिलकर संदीप पटेल सर के कहने पर ठगी के पैसो को निकालने के लिए लोगो को पैसों का लालच देकर बैंक खाते खुलवाते थे तथा खातों के पासबुक और एटीएम कार्ड नेट बैंकिंग की यूजर आईडी पासवर्ड तथा खाते में लिंक मोबाइल नंबर की सिम खाता धारकों से प्राप्त कर संदीप पटेल सर के बताए गए पते पर जाकर ये सॉरी चीजें उन्हें सुपुर्द कर देते थे। प्रति खाते 15 हज़ार रू प्राप्त कर वह और दीपक आपस में बांट लेते थे। खाता खुलवाने वालो को 5 हजार एवं स्वयं 10 हज़ार रू रख लेते थे। पैसों की ज्यादा लालच में आकर वह दीपक और अभिषेक अपने स्वयं के 7-8 बैंक खाते खुलवा लिए थे। खातों संबंधी सम्पूर्ण दस्तावेज गया बिहार जाकर संदीप पटेल सर को दे आते थे। तब आरोपी सोनू शर्मा को गिरफ्तार कर उससे प्राप्त अभिषेक पटेल की पासबुक जिस पर फरियादी द्वारा डाले गए रकम के लेनदेन का विवरण है जब्त कर कब्जे पुलिस लिया गया। आरोपी सोनू शर्मा को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया गया। अपराध के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से निर्देश प्राप्त कर तथा अन्य आरोपियों के मोबाइल नंबर गिरफ्तार आरोपियों से प्राप्त कर अनुसंधान में लेकर एक टीम बिहार रवाना कि गई। आरोपियों की तलाश की गई। सफलता न मिलने से वापसी के दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी मिर्ज़ापुर के पास विंध्यवासिनी माता के दर्शन को आए हैं। तब पुनः टीम को विन्ध्यवासिनी माता के मंदिर के आस पास आरोपियों की तलाश शुरू करने हेतु रवाना किया गया।मंदिर के आस पास तलाशी के दौरान एक संदिग्ध वैगन आर कार जिसका नंबर बीआर 27 के 3753 था की रेकी करनी शुरू की गई। जैसे ही संदिग्ध गाड़ी में आकर बैठे, पुलिस ने रेड कर संदेहियों को पकड़ कर पूछताछ की। पूछताछ पर तीनों व्यक्तियों ने अपना नाम क्रमशः संदीप पटेल पिता मनोज सिंह उम्र 23 वर्ष, कुमार अजीत पिता वीरेन्द्र सिंह उम्र 30 वर्ष, दीपक जातवा पिता कैलाश जातवा उम्र 26 वर्ष के रूप में बताया। आरोपियों को उनके वाहन सहित अभिरक्षा में लेकर थाना सिविल लाइन सतना लाया गया। घटना के संबंध में तीनों से पूछताछ की गई, तब आरोपी संदीप पटेल ने बताया कि मेरा वास्तविक नाम गोपाल कुमार पिता मनोज सिंह उम्र 23वर्ष निवासी ग्राम सकरा थाना हसुआ जिला नवादा बिहार है। वह और कुमार अजीत पेट्रोल पम्प डीलर शिप के नाम पर लोगों से ठगी और ठगी के लिए डलवाई गई रकम की निकासी का काम करते है। वेबसाइट डेवलप करने का काम और लोगो से फोन कर बात करने का काम तीन अन्य आरोपियों द्वारा किया जाता है। आरोपी गोपाल कुमार तथा कुमार अजीत से क्रमशः 12000 एवं 8000 रू, 21 मोबाइल फोन, 17 एटीएम कार्ड, दो बैंक पासबुक, दो नोटबुक एवं एक वैगन आर कार, आरोपी दीपक जाटव से दो एटीएम कार्ड तथा 1 मोबाइल फोन जब्त किया जाकर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया। और आरोपी गोपाल कुमार  व कुमार अजीत को पुलिस रिमांड पर प्राप्त किया गया।



वारदात करने का तरीका :-


फर्जी पेट्रोल पंप डीलरशिप/टावर लगाने हेतु वेबसाइट डेवलप करना, वेबसाइट की पेज पर अपना कांटेक्ट नंबर डालना और इस कांटेक्ट नंबर पर पेट्रोल पंप डीलरशिप/टावर लगवाने वाले लोगों से बात करके बैंक अकाउंट में पैसे डलवाना।*
*ये है 5 आरोपी :- अभिषेक पिता दामोदर पटेल नंदबाग इंदौर, सोनू पिता भजन लाल शर्मा निवासी नंदबाग़ इंदौर, दीपक पिता कैलाश जाटवा कुशवाह नगर इंदौर, गोपाल कुमार पिता मनोज सिंह ग्राम सकरा थाना हसुआ जिला नवादा बिहार, कुमार अजीत पिता बीरेंदर सिंह ग्राम दरियापुर थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार।*


पूर्व का अपराधिक रिकॉर्ड :-


पूर्व में आरोपी गोपाल कुमार, कुमार अजीत व अन्य चार आरोपी जो बिहार के हैं। इनके द्वारा तालुका थाना जिला मोरवी गुजरात में 1 करोड़ 60 लाख रूपये पेट्रोल पंप डीलर शिप की ठगी के नाम पर जैतपुर निवासी चंदूलाल से धोखाधड़ी की गई।गुजरात पुलिस द्वारा इन आरोपियों को गिरफ्तार करने पर पुलिस द्वारा मौके पर 54 लाख 57 हज़ार रूपये बरामद किए गए थे। आरोपियों द्वारा करोड़ों रूपये का गवन किया जाता है। अन्य राज्यों में इनके अपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।



इनकी रही सराहनीय भूमिका :-


थाना प्रभारी सिविल लाइन अर्चना द्विवेदी, उप निरीक्षक व्ही.एस. द्विवेदी, पवन कुमार, साइबर सेल से उप निरीक्षक अजीत सिंह, प्रधान आरक्षक दीपेश पटेल, आरक्षक विपेन्द्र मिश्रा, अजीत मिश्रा व गगन मंडलोई।


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